सिरमौर के बाद उपरी शिमला मे बढ़ी होम्योपैथी दवा की मांग ddnewsportal.com

सिरमौर के बाद उपरी शिमला मे बढ़ी होम्योपैथी दवा की मांग ddnewsportal.com

सिरमौर के बाद उपरी शिमला मे बढ़ी होम्योपैथी दवा की मांग 

पिछले एक सप्ताह से 500 से अधिक लोग मंगवा चुके है पांवटा साहिब के होम्योपैथी चिकित्सक डाॅ रोहताश नांगिया से दवा

कोरोना वायरस के मामले बढ़ते देख जिला शिमला के उपरी इलाकों मे भी अब होम्योपैथी दवा की मांग बढ़ने लगी है। सिरमौर जिले मे सकारात्मक परिणाम को देखते हुए शिमला जिले के चौपाल और नेरवा सहित मतियाणा आदि क्षेत्रों मे पांवटा साहिब के होम्योपैथी चिकित्सक डाॅ रोहताश नांगिया से दवा मंगवाई जा रही है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक पिछले एक सप्ताह मे 500 से अधिक लोगों ने कोरोना वायरस से लड़ने वाली इस रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाली होम्योपैथी दवा मंगवाई है। खास बात यह है कि मार्च माह से निशुल्क लोगों की सेवा करने वाले चिकित्सक डाॅ रोहताश नांगिया फोन के माध्यम से दवा मंगवाने वालों को कोरियर करवाकर उन तक पंहुचा रहे हैं और कोरियर का खर्च भी खुद ही वहन कर रहे हैं। गोर हो कि कोरोना महामारी के दौरान पांवटा साहिब के लोगों ने होम्योपैथी पर भरोसा दिखाया। नगर के 70 से अस्सी प्रतिशत लोग उपचार के लिए होम्योपैथी चिकित्सक डाॅ रोहताश नांगिया के संपर्क मे हैं। जिस कारण पड़ोसी राज्यो से सटे होने के कारण भी नगर मे कोरोना वायरस के मामले अन्य जिलों से बहुत कम है। पांवटा साहिब के लोग अपने लिए ही नही बल्कि अन्य प्रदेशों मे अपने रिशतेदारों को भी होम्योपैथी दवा भेज रहे हैं। इनमें प्रदेश की राजधानी शिमला तक से लेकर दूसरे प्रदेशों मे चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली तक डाॅ रोहताश नांगिया की होम्योपैथी दवाईयों को लोगों द्वारा अपने रिशतेदारों को भेेजा जा रहा है। सूचना के मुताबिक डाॅ नांगिया से कोरोना संक्रमित भी कईं मरीज संपर्क कर खुद को स्वस्थ कर चुके हैं। इनमे बिना लक्षण वाले मरीजों की तो भरमार है ही साथ साथ लक्षण वाले भी कईं मरीज शामिल है। प्रदेश के कुछ मंत्री और विधायक तक इनकी दवा का सेवन कर खुद को स्वस्थ कर चुके हैं। लेकिन दुर्भाग्य है कि पांवटा साहिब की इस अद्भुत प्रतिभा को क्लिनिकल ट्रायल की परमिशन तक नही मिल रही है। सबसे अहम तो इस बात को माना जा रहा है कि किडनी रोग से ग्रसित जो मरीज कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल मे भर्ती हो रहा है उसके ठीक होकर गर आने की संभावना कम ही रह रही है लेकिन पांवटा साहिब मे दोनो किडनियां फेल होने के बावजूद डायलिसिस पर जी रहे एक युवक विकास बंसल ने होम्योपैथी उपचार से मात्र पांच दिन मे ही घर पर रहकर कोरोना को मात दी जो संभवतः प्रदेश मे पहला मामला रहा। गोर हो कि होम्योपैथी चिकित्सक एमडी डाॅ रोहताश नांगिया मार्च माह से कोरोना वायरस से लड़ने वाली दवा बनाने का दावा कर रहे हैं। और तभी से उनके पास स्वैच्छा से पंहुचे हजारों लोगों का निशुल्क उपचार भी कर चुके हैं। अपने किये शोध मे वह दावा करते है कि उनकी बनाई दवा कोरोना वायरस को खत्म करने की क्षमता रखती है। उनसे जिन संक्रमित मरीजों ने भी दवा ली है वह एक सप्ताह से पहले ही नेगेटिव हुए हैं जिनमे भारी लक्षण वाले मरीज भी शामिल थे। बावजूद इसके प्रदेश सरकार द्वारा ऐसी प्रतिभा के खोज को क्लीनिकल ट्रायल की परमिशन नही दी जा रही है। एक मोटे अनुमान के तौर पर डाॅ रोहताश नांगिया अभी तक करीब 25 हजार लोगों को मांगने पर निशुल्क यह होम्योपैथी दवा दे चुके हैं।
वहीं, पूछे जाने पर डाॅ रोहताश ने कहा कि उनके पास स्वैच्छा से आने वालों का वह निशुल्क उपचार कर रहे हैं। जिला सिरमौर के तो हर ईलाके से लोग

उनके पास पंहुचे रहे हैं। साथ साथ लोग प्रदेश के बाहर अपने रिशतेदारों को भी दवा भेज रहे हैं जिनके परिणाम सकारात्मक रहे हैं। आजकल उपरी शिमला से होम्योपैथी दवा काफी संख्या मे मंगवाई जा रही है।